अगर आप दुनिया के सात अजूबे के बारे में जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही लेख पढ़ रहे हैं.
आज हम आपको दुनिया के सात अजूबा का नाम तो बताने ही वाले हैं लेकिन साथ में हम 7 अजूबे का इतिहास और तस्वीरें भी सांझा करेंगे.
आज तक दुनिया में सभी चुने गए अजूबों को तीन भागों में बांटा जाता है:
- प्राचीन अजूबे (Ancient Wonders)
- मध्यकालीन अजूबे (Medieval Wonders)
- नए अजूबे, आधुनिक समय के (Modern Wonders)
यह लेख पढ़ने के बाद आप अच्छे से जान जाएंगे कि विश्व के पुराने अजूबे, मध्यकालीन अजूबे और नए अजूबे कौन से हैं और इन्हें कैसे चुना गया.
तो चलिए हम आपको 7 अजूबा के नाम बताने से पहले दुनिया के अजूबों का इतिहास बताते हैं कि ये कैसे चुने गए.
दुनिया के 7 अजूबों का इतिहास
विश्व के अजूबों का इस्टेहास इस प्रकार है:
प्राचीन अजूबे
प्राचीन अजूबे जिन्हें Ancient Wonders of The World और विश्व के असली अजूबे, के नाम से भी जाना जाता है.
प्राचीन अजूबों को युनान(Greece) के लेखक Antipater ने चुना था, जोकि Sidon का रहने वाला था.
Antipater ने इंसानों द्वारा बनाई गई सबसे प्रभावशाली 7 निर्माणों की सूची बनाई.
यह सूची उन निर्माणों की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए बनाई गई थी.
अजूबों की संख्या 7 ही रखने का कारण यह माना जाता है कि यूनानी लोग 7 नंबर को भाग्यशाली मानते थे, जोकि उनके मुताबिक पूर्णता और समृद्धि को represent करता है.
प्राचीन काल के अजूबे की सूची इस प्रकार है:
- Great Pyramid of Giza
- Hanging Gardens of Babylon
- Temple of Artemis
- Statue of Zeus at Olympia
- Mausoleum at Halicarnassus
- Colossus of Rhodes
- Lighthouse of Alexandria
आज के समय में प्राचीन अजूबों की सूची में से सिर्फ Great Pyramids ही अस्तित्व में हैं.
मध्यकालीन अजूबे
समय के साथ साथ चुने गए 7 प्राचीन काल की दुनिया के अजूबे में से 6 अजूबे नष्ट होते चले गए, जिसके कारण इतिहासकार 7 अजूबों की संख्या बनाए रखने के लिए प्राचीन अजूबों में समय समय पर बदलाव करते रहे.
बदलाव के कारण मध्यकालीन अजूबों का जन्म हुआ, जिनकी सूची नीचे दी गई है.
- The Great Wall of China
- The Roman Colosseum
- Stonehenge of England
- Leaning tower of Pisa
- Porcelain tower of Nanjing
- Hagia Sophia of Turkey
- Catacombs of Kom El Shoqafa
नए अजूबे
आधुनिक समय में 7 अजूबों को चुनने का विचार 1999 में Switzerland द्वारा लाया गया था, जिसमें Switzerland ने एक संस्था कि स्थापना की थी.
इस संस्था ने एक वेबसाइट बनाकर उस पर इंसान द्वारा बनाए गए 200 प्रभावशाली निर्माणों की सूची बनाई थी.
फिर इस संस्था ने इंटरनेट के ज़रिए पूरी दुनिया के लोगों को सूची में वोट करने के लिए कहा था.
यह वोटिंग की प्रक्रिया इंटरनेट के ज़रिए 2007 तक चली, जिसमें 100 Million से ज्यादा लोगों ने भाग लिया और फिर जाकर दुनिया के नए अजूबों को सूची त्यार हुई.
वैसे यह अजूबों को चुनने का सबसे अच्छा तरीका था, क्यूंकि अगर कोई भी अजूबों को बिना वोटिंग के चुनता तो लोग काफी सवाल खड़े करते.
आप आज के समय के दुनिया के सात अजूबे के नाम नीचे पढ़ सकते हैं, जोकि वोटिंग प्रकिरिया का नतीजा हैं.
7 Wonders of the World Names in Hindi:
- The Great Wall of China
- Taj Mahal
- Petra
- Christ The Redeemer
- Machu Picchu
- The Roman Colosseum
- Chichén Itzá
अब आप 7 अजूबा के नाम हिंदी में अच्छे से जान चुके होंगे.
तो चलिए अब हम आपको 7 Wonders of World के बारे में विस्तार में बताते हैं.
New 7 Wonders of The World in Hindi
आज के समय के नए अजूबे इनके इतिहास के साथ नीचे दिए गए हैं, आप इनके इतिहास के बारे में पढ़कर इनके बारे में जान सकते हैं.
1. The Great Wall Of China: 221 BC
स्थान: चीन की दीवार का ज़्यादातर हिस्सा उतरी चीन में है और इसका थोड़ा भाग चीन के दक्षिण में है जिसे Southern Great Wall के नाम से भी जाना जाता है.
निर्माण: लगभग 221 BC में (बनाने का समय लगभग 20 साल)
चीन की दीवार जोकि सबसे पहला दुनिया का अजूबा है, की लंबाई 13,170.7 मील(21,196.18 km) से ज्यादा है.
Great Wall of China को बनाने के बारे में तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में सम्राट Qin Shi Huang द्वारा सोचा गया था.
इस दीवार को बनाने में चीन के अलग अलग समय पर हुए राजाओं का योगदान शामिल है.
चीन की दीवार लगभग 2300 साल पुरानी है, जिसे अंतरिक्ष से भी उपकरणों की सहायता से देखा जाता है.
कहा जाता है कि जिस मजदूर की दीवार बनाते समय मौत हो जाती थी या जो अच्छे से काम नहीं करता था उसे दीवार में ही दफना दिया जाता था.
इस दीवार को बनाते समय लाखों की संख्या में मजदूरों ने अपनी जान गवाई थी.
चीन की दीवार खानाबदोशों से होने वाली घुसपैठ को रोकने के साधन के रूप में बनाई गई थी, वैसे चीन की दीवार ने कभी भी अच्छे तरीके से हमलावरों को नहीं रोका.
चीन की दीवार का सबसे प्रसिद्ध और सबसे अच्छा हिस्सा 14 वीं शताब्दी में मिंग राजवंश के दौरान 17 वीं शताब्दी में बनाया गया था.
2. Taj Mahal: 1,632-1,648
स्थान: आगरा, भारत (Agra, India)
निर्माण: 1,632-1,648
ताजमहल का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी की याद में 1632 में शुरू करवाया था, जोकि 1648 में जाकर पूरा हुआ था.
ताजमहल को देखने हर साल 70 से 80 लाख लोग आते हैं.
ताजमहल की वास्तु-कला भारत, मुस्लिम और फारसी का सुमेल है, जोकि Ustad Ahmad Lahouri ने बनाई थी.
शाहजहां ने उस समय ताजमहल को बनाने के लिए 32 मिलियन रूपए खर्च किए थे और जिनकी अगर आज के समय में गणना की जाए वे 1 बिलियन अमरीकी डॉलर बनते हैं.
ताजमहल को बनवाने में 22,000 मजदूर और 1 हज़ार हाथी लगे थें.
3. Petra: 5वीं(312 BC) शताब्दी के पहले
स्थान: Petra, Jordon
निर्माण: 5वीं(312 BC) शताब्दी के पहले
पेट्रा दुनिया के 7 अजूबा में से काफी पुराना शहर है जोकि चट्टानों को काटकर और अच्छे से तराशकर बनाया गया है, इससे हम उस समय के लोगों की रचनात्मकता का अंदाज़ा लगा सकते हैं.
पेट्रा Nabataeans की राजधानी हुआ करता था, कहा जाता है कि उन्होंने पेट्रा शहर का निर्माण सूरज की खगोलीय चाल के ऊपर नज़र रखने के लिए किया था.
पेट्रा शहर को स्विट्जरलैंड के वासी Johann Ludwig Burckhardt ने 1812 में खोजा था.
पेट्रा शहर को लगभग 2000 साल पहले बनाया गया था.
4. Christ The Redeemer: 4 अप्रैल, 1922 – 12 अक्टूबर, 1931
स्थान: Rio de Janeiro, Brazil
निर्माण: 4 अप्रैल, 1922 – 12 अक्टूबर, 1931
इस statue का वजन 635 मीट्रिक टन है, और यह रियो जनेरियो शहर के ऊपर स्थित Tijuca Forest नेशनल पार्क में 700-मीटर Corcovado पर्वत के शिखर पर स्थित है, जिसे दुनिया के सबसे लंबी मूर्तियों ने से एक माना जाता है.
क्राइस्ट रिडीमर दुनिया भर में ईसाई धर्म का प्रतीक है, जोकि आज के समय में रियो डी जनेरियो और ब्राजील दोनों को दुनिया के आगे दर्शाती है.
मूर्ति के पर्वत पर स्थित होने के कारण यह हर साल बिजली से 3-6 बार टकराती है.
2014 के FIFA World Cup से पहले मूर्ति पर बिजली गिरी थी और जिसकी वजह मूर्ति के हाथ का एक अंगूठा टूट गया था.
मूर्ति को बनाने में 9 साल लगे और जिसे बनाने की लागत उस समय के लगभग 2 लाख 50 हजार अमरीकी डॉलर आई थी.
5. Machu Picchu: 1450-1460
स्थान: Machu Picchu, Peru
निर्माण: 1450-1460
माचू पिच्चू शहरी Inca Empire का एक ठोस और प्रभावशाली सबूत है, जोकि ज़मीन से 2,430 मीटर ऊपर है.
इंका सभ्यता द्वारा निर्मित बहुत सारे शहरों को स्पेनिश आर्मी द्वारा बर्बाद कर दिया गया था.
माचू पिच्चू एक छिपी हुई जगह में था, इसलिए यह काफी हमलों से बच गया.
माचू पिच्चू को Hiram Bingham नामक अमरीकी पुरातत्व विज्ञानी ने 24 जुलाई, 1911 में खोजा था, जिसके बाद यह काफी मशहूर टूरिस्ट जगह बन गया.
6. The Roman Colosseum: A.D. 70-72
स्थान: Colosseum, Rome, Italy
निर्माण: A.D. 70-72
A.D. 80 में Vespasian के बेटे Titus ने Colosseum खोला, जिसे आम तौर पर Flavian Amphitheater के रूप में जाना जाता है, जोकि आज के समय में एक मशहूर Toursit Place बना हुआ है.
यह आज तक का बना सबसे बड़ा Amphitheater है.
इस स्टेडियम में 100 दिन का खेल हुआ करता था, जिसमें gladiatorial combats और जंगली जानवरों की लड़ाइयां शामिल हुआ करती थीं.
चार सदियों के लगातार इस्तेमाल के बाद, Colosseum का दो तिहाई हिस्सा बरबाद ही गया और यह खंडर में बदल गया.
18वीं सदी तक इसे दूसरी इमारतों के निर्माण के लिए समाग्री के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा था.
7. Chichén Itzá: 600 – 1221 AD के लगभग
स्थान: Chichén Itzá, Yucatan Peninsula, Mexico
निर्माण: 600 – 1221 AD के लगभग
World के 7 अजूबा का नाम Chichen Itza है, जोकि मायन लोगों का पिरामिड की आकृति का मंदिर है और आज के समय में विश्व प्रसिद्ध है.
Chichen Itza को John L. Stephens के द्वारा 1841 में खोजा गया था.
दुनिया का सातवां अजूबा अजीब आवाजों के लिए भी जाना जाता है, अगर हम यहां पर स्थानीय लोगों द्वारा बताए गए स्थानों पर खड़े होकर ताली बजाते हैं तो ताली की आवाज़ अजीब तरीके से गूंजती है.
Chichan Itza, Mexico देश का दूसरा सबसे ज्यादा देखा जाने वाला पर्यटन स्थल है, यहां पर हर साल 12 लाख के करीब लोग आते हैं.
हम आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा की गई दुनिया के 7 अजूबे पर रिसर्च पसंद आई होगी और आप अच्छे से जान चुके होंगे कि और आप अच्छे से जान चुके होंगे कि दुनिया के 7 अजूबा कौन कौन से हैं.
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको दुनिया के सात अजूबे(7 Wonders of the World) विस्तार में बताए हैं. हमने आपको प्राचीन कल और मध्यकालीन अजूबों के इतिहास के बारे में भी बताया है.
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